रैगर समाज के प्रसिद्ध साहित्यकार, लेखक व समाजसेवी चन्दनमल नवल का निधन

जोधपुर। अखिल भारतीय रैगर महासभा पंजी के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं रैगर जाती इतिहास तथा रैगर जाती इतिहास एवं संस्कृति किताबो के लेखक श्री चन्दन मल नवल सेनि आर पी एस अधिकारी का आज प्रातः निधन हो गया। श्री चन्दन मल नवल साहब गत कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे।सेवानिवृत्त अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, प्रसिद्ध साहित्यकार, लेखक व समाजसेवी चन्दनमल नवल (72 वर्ष) का गुरुवार 1 मार्च 2018 को जोधपुर स्थित गोयल हॉस्पिटल में सुबह लगभग 10 बजे आकस्मिक निधन हो गया। उनके निधन के समाचार से राजस्थान, दिल्ली व आस पास के क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। कागा श्मशान घाट में उनके पुत्रों ने मुखाग्नि दी। उनके निधन पर विभिन्न संगठनों के गणमान्य लोग एवं जनप्रतिनिधियों ने गहरा शोक व्यक्त किया।

रैगर समाज के चन्दनमल नवल का जन्म 28 अप्रैल 1946 को राजस्थान के जोधपुर जिले की लूनी तहसील के सतलाना ग्राम के एक दलित परिवार में हुआ था। उन्होंने अपने गांव व जोधपुर में शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने सामाजिक स्तर पर रैगर समाज के विकास पर कार्य किया और शोधपरख विश्लेषण के साथ ‘रैगर जाति इतिहास व संस्कृति’  पर महत्वपूर्ण पुस्तक लिखी। उनकी शोध पुस्तक ‘मारवाड़ का शहीद राजाराम’ साहित्य जगत में बहुत चर्चित हुई थी तथा इसे दलित साहित्य में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। इसके अलावा पुलिस, दलित वीरांगनाएँ, राजस्थान की प्रमुख अनुसूचित जातियां आदि पुस्तकों के रचयिता रहे हैं। उन्हें लेखन के क्षेत्र में ढेरों पुरस्कार मिले।

चन्दनमल नवल रैगर समाज की अखिल भारतीय रैगर महासभा मे सर्वाधिक मतों से जीतने वाले राष्ट्रीय उपाध्यक्ष थे । वे बतौर राजस्थान पुलिस में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सेवानिवृत्त हुए थे। उन्होंने सेवानिवृति के बाद भी लेखन और समाज सेवा से जुड़े रहे। उनके आकस्मिक निधन से रैगर समाज को अपूर्णनीय क्षति हुई है। उनकी कमी रैगर समाज के लोगों के साथ-साथ हर तबके के लोगो को खलेगी।

श्री चन्दन मल नवल साहब ने रैगर समाज के अलावा बाबा साहेब अम्बेडकर, दलित समाज सहित पुलिस महकमे पर कई कितबे लिखकर समाज को अलग पहचान दिलवाने वालो में से एक थे। आपको वर्ष1986 को विज्ञान भवन नई दिल्ली में रैगर सम्मेलन में महामहिम ज्ञानी जैल सिंह जी एवं पूर्व सांसद धर्मदास शास्त्री जी द्वारा रैगर रत्न से भी नवाजा गया था। आप तीन बार अखिल भारतीय रैगर महासभा पंजी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद पर रहकर समाज के विकास में अपना योग दान दिया आप दलित साहित्य अकादमी से जुड़े रहे। आप राष्ट्रीय, राज्य तथा पुलिस महकमे में कई बार सम्मानित होने का गौरव भी प्राप्त हुआ है। आप श्री बी एल खटनावलिया सेनि आईएएस एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष के छोटे चाचा जी है। आपके चले जाने से रैगर समाज को अपूर्णीय क्षति हुई है। अखिल भारतीय रैगर महासभा पंजी ने श्री चन्दन मल नवल साहब के निधन से क्षुब्ध है।