सवाईमाधोपुर में रैगर समाज के सामूहिक विवाह सम्मेलन में 21 जोड़े बने हमसफर

अखिल भारतीय रैगर महासभा जिला शाखा सवाई माधोपुर के तत्वावधान में रैगर समाज का प्रथम निःषुल्क सामूहिक विवाह सम्मेलन 21 मई 2016 को अमरूद मण्डी चकचैनपुरा सवाई माधोपुर में 20 जोड़ो का सम्पन्न हुआ।
अखिल भारतीय रैगर महासभा की जिला कार्यकारिणी द्वारा 14 अप्रेल 2016 बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर जयन्ती समारोह के दौरान समाज के प्रबुद्ध एवं वरिष्ठ नागरिक बन्धुओं द्वारा महासभा को यह सुझाव दिया गया कि दहेजप्रथा पर अंकुष लगाने एवं गरीब लोगो के विवाह योग्य बालक-बालिकाओं की शादी निःषुल्क सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित कर की जावें। इस पर महासभा द्वारा सामूहिक विवाह सम्मेलन समिति का गठन निम्नानुसार किया गया।
जिसमें संयोजक – मन्नूलाल अटल, सह सयोजक – गंगा वर्मा, अध्यक्ष रामदयाल फुलवाडिया, महासचिव नेमराज बाकोलिया, उपाध्यक्ष – गीता जेलिया, चिरंजीलाल रैगर, सचिव – विरेन्द्र नारोलिया, सहसचिव – मूलचन्द सेवलिया, कोषाध्यक्ष दीनदयाल तसीवाल, सहकोषाध्यक्ष – रामस्वरूप इन्दोरिया, प्रचार सचिव – राजेष कवंरिया, मोतीलाल जेलिया, सदस्य – भगवान सहाय गुणसारिया, लालचन्द बोहरा, अषोक जाखोलास, कालूराम जाबडोलिया, रामकिषन गुसाईवाल, भरोसीलाल जग्रवाल, चिरंजीलाल सेवलिया, गोपाल लाल शेर, रामसहाय फुलवाडिया, जगदीष प्रसाद गुसाईवाल, राकेष गुसाईवाल, राकेष बाकोलिया, मदनलाल सेवलिया, पूरणमल मंडरावलिया, परमेष्वर जेलिया, प्रेमचन्द सोलोदिया, पृथ्वीराज जग्रवाल, कुलदीप जेलिया, रामोतार जेलिया, जगदीष सरोहिया, गिरधारी लाल सिगाडिया, शंकरलाल गुसाईवाल, प्रभूदयाल फुलवाडिया, षिवजीराम तोणगरिया, रामप्रसाद बाकोलिया, कजोड़मल नोगिया, के पद पर नियुक्त किया गया।
वैवाहिक कार्यक्रमानुसार शोभा यात्रा एवं बरात निकासी प्रातः 8ः00 बजे महावीर पार्क बजरिया सवाई माधोपुर से प्रारम्भ होकर मुख्य बाजार होते हुये अमरूद मण्डी विवाह स्थल पर पहुॅची शोभा यात्रा में समाज के भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे। लोगो ने नृत्य का आनन्द लिया। प्रातः 11ः00 बजे अमरूद मण्डी के मुख्य दरवाजे पर तोरण की रस्म तथा 11ः30 बजे पण्डित लालूराम जोलिया दौसा द्वारा पाणीग्रहण संस्कार हिन्दू वेदिक रीति से सम्पन्न कराया गया मुख्य वेदी पर महासभा के संरक्षक दीनदयाल तसीवाल एवं उनकी धर्म पत्नी सन्तोष वर्मा ने यज्ञ हवन किया।
पण्डित लालू राम जोलिया एवं उनके सहयोगी मूलचन्द सेवलिया एवं बाबूलाल बाकोलिया द्वारा पाणिग्रहण संस्कार सम्पन्न करवाया गया जिसमें 20 जोडे परिणयसूत्र में बंधे
क्र.सं. नाम वर नाम वधु क्र.सं. नाम वर नाम वधु
1 बन्टी द्रोपदी 11 कमलेष मनीषा
2 दिनेष पिंकी 12 रामदेव पूनम
3 महेन्द्र पूजा 13 जितेन्द्र कर्मा
4 कमलेष सोनिया 14 ओमप्रकाष राजबाला
5 योगेन्द्र रानी 15 कैलाष विजयश्री
6 रोषन लक्षमी 16 विनोद रचना
7 राधेष्याम कविता 17 कमलेष चन्दू
8 ओमप्रकाष ज्योति 18 मनोज पूजा
9 घनष्याम प्रियंका 19 रामराज पिंकी
10 बुद्धिप्रकाष पपीता 20 कमलदीप पूजा
पाणिग्रहण संस्कार पष्चात दोपहर 12ः00 बजे सम्मेलन समिति एवं महासभा के पदाधिकारियों द्वारा भामाषाहो का सम्मान समारोह आयोजित किया गया जिसमें सम्मेलन में सबसे अधिक सहयोग करने वाले भामाषाहों को सम्मानित किया गया। सम्मेलन समिति द्वारा तय किया गया था कि सम्मेलन में 5000/- से अधिक आर्थिक सहयोग देने वाले को सम्मानित किया जावे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संगठन के राष्ट्रीय महासचिव रामसहाय वर्मा एवं अध्यक्ष श्री डॉ0 एस0के0 मोहनपुरिया, प्रदेषाध्यक्ष राजस्थान विषिष्ठ अतिथि पूरणमल वर्मा प्रदेषाध्यक्ष मध्यप्रदेष, कन्हैयालाल रैगर, रामचन्द्र शेरावत, भानू खोरवाल, प्रदेषाध्यक्ष राजस्थान (युवा प्रकोष्ठ) राष्ट्रीय प्रसार सचिव मुकेष गाडेगावलिया, उमेष पीपलीवाल रहे।
अतिथियों का सम्मान एवं सतकार महासभा के जिलाध्यक्ष हरिप्रसाद तगाया, जिला महासचिव नेमराज बाकोलिया, सम्मेलन समिति के संयोजक मन्नुलाल अटल, अध्यक्ष रामदयाल फुलवाडिया, उपाध्यक्ष गीता जेलिया, कोषाध्यक्ष दीनदयाल तसीवाल, सह कोषाध्यक्ष रामस्वरूप इन्दोरिया, सचिव विरेन्द्र नारोलिया, सहसचिव मूलचन्द सेवलिया, प्रचार सचिव राजेष कवरिया, जिला उपाध्यक्ष भगवान सहाय गुणसारिया, लालचन्द बोहरा, जिला कोषाध्यक्ष जियाराम बाकोलिया एवं बाबूलाल बाकोलिया एवं अन्य कार्यकर्ताओं द्वारा किया गया।
वरवधु को उपहार स्वरूप निम्न सामान प्रदान किये गये –
बैड, पायजेब, बक्सा, पंखा, चरा-चरी, थाली-लोटा (कांस्य), बर्तन स्टेण्ड, कलाई घड़ी वर वधु, दीवार घडी, चैन चांदी की, आटा टंकी, धामा, पाटा, थाली स्टील, टिफिन, चुटकी, बाल्टी, प्लेट, कटोरी, चम्मच, गिलास, जग, परात, गद्दा, इत्यादि।
मुख्य अतिथि एवं अध्यक्ष द्वारा वर-वधु को विवाह प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। उद्धबोदन के दौरान सभी लोगो ने समाज में एकता कायम करने एवं संगठन को मजबूत करने कुरूतिया त्यागने, षिक्षा को बढावा देने तथा निःषुल्क सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित करने, मृत्यु भोज बन्द करने, अनावष्यक पहरावनी बन्द करने छात्रावास का निर्माण करवाने पर जोर दिया। सम्मेलन समिति एवं जिला कार्यकारिणी के पदाधिकारियों ने सबका आभार व्यक्त किया।