मरदुम शुमारी राज मारवाड़ सन् 1981 के अनुसार मारवाड़ में रैगरों की संख्या 23,234 भी जिसमें पुरूष 10,562 तथा स्त्री 12,672 थी । सन् 1971 की जनगणना के अनुसार राजस्थान में अनुसूचित जाति की कुल संख्या 40.76 लाख थी जो पूरी जनसंख्या का 16 प्रतिशत था । सन् 1981 में हुई जनगणना के अनुसार राजस्थान की सम्पूर्ण जनसंख्या में 17.82 /प्रतिशत संख्या अनुसूचित जातियों तथा 12.23 प्रतिशत अनुसूचित जन जातियों की है । चमारों की जनसंख्या इनमें सर्वाधिक 43 प्रतिशत है मगर चमारों में जटिया, मोची, रैगर, रैदास वगैरा कई जातियाँ सम्मिलित है । एक कठिनाई यह भी है कि भारत में अनुसूचित जातियों की सूची हर प्रान्त में अलग-अलग है । राजस्थान में अनुसूचित जाति की सूची के क्रम संख्या 16 पर बोला जाति तथा क्रम संख्या 17 पर चमार, भांबी, जाटव, जटिया, मोची, रैदास, रैगर तथा रामदासिया वगैरा दिया हुआ है । राजस्थान सरकार ने बोला रैगरों से अलग जाति मानी है और रैगर अथवा जटिया को जनगणना में चमारों में माना इसलिए जनगणना में रैगरों के पृथक आंकड़े नहीं दर्शाये गए हैं । मोटे अनुमान के अनुसार सम्पूर्ण भारत में रैगरों की जनसंख्या 50 लाख है । भारत के अन्य प्रान्तों की तुलना में रैगर राजस्थान में सर्वाधिक हैं । राजस्थान में रैगर सभी जिलों में बसे हुए हैं । मगर सर्वाधिक जयपुर जिले में आबाद है । मेवाड़ में भी न्यूनाधिक संख्या में हर गावं में रैगर मिल जाएंगे । राजस्थान में रैगरों की संख्या करीब 35 लाख है । भारत में किसी एक शहर में सर्वाधिक रैगर आबाद हैं तो वह है दिल्ली । मुम्बई में 1 लाख रैगर बसे हुए हैं । कई रैगर विदेशों में भी जाकर बस गये हैं और उनके अच्छे कारोबार है । मध्य प्रदेश में लगभग 20000 रैगर बंधु निवास करते है। सबसे ज्यादा रैगर मध्य प्रदेश के मालवा क्षेत्र में रहते है ।
भारत के प्रमुख बड़े शहरों में रैगर मोहल्लों की बस्तियों में बसे हुए रैगर समाज सूची :-
जयपुर | घाटगेट, चांदपोल, हसनपुरा, झोटवाड़ा, सांगानेर, आमेर, केसुपुरा, बासबदनपुरा, खोनागोरान, घाटी करोलान, जनसी, रांकड़ी, गदसिंगपुरा, माँगीयावास, रावजी का बाग, महेश नगर, अम्बेडकर नगर, मालवीय नगर |
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अजमेर | डिग्गी मोहल्ला, गंज, पलटनबाजार, पहाड़गंज, मलूसर, कल्याणपुर, पर्वतपुरा, खानपुरा, माखुपुरा, दौराईतब्बोजी, सोलमपुर, बोराज, लोहागत, रैदासपुरा, नृसिंहपुरा, तोपदड़ा, प्रताप मोहल्ला |
ब्यावर | बड़ाबास, छोटाबास, जमालपुरा, रैदासपुरा, नरसींगपुरा, नेहरू नगर, जटियापाड़ा |
जोधपुर | भदवासिया, नागौरीगेट, परिहार नगर, रविदास नगर, मदेरणा कॉलोनी, संत आसाराम कॉलोनी, कीर्तिनगर |
नागौर | बड़ली, चैनार |
बीकानेर | शिवबाड़ी, भीनासर, उदरामसर |
दिल्ली | रैगरपुरा, सतनगर, रामेशवरी नेहरूनगर, बापानगर, देवनगर , इन्द्रपुरी, राजौरीगार्डन, तिलकनगर, पंखारोड़, लाजपत नगर, मादीपुर, नांगलोई, मंगोलपुरी, सुल्तानपुरी, बीडनपुरा, खिचड़ीपुर, पाण्डुनगर, विकासपुरी, पश्चिमपुरी, रघुवीरनगर |
अहमदाबाद | कुबेरनगर, ठक्करबापा नगर, गंगानगर, वाड़ेज, गिरधर नगर, जमालपुर दरवाजा, पत्थरों की चाली, गांधीनगर, नारायणपुरा |
मम्बई | ठक्करबापा कालोनी, दादर, नई मुम्बई |
(साभार- चन्दनमल नवल कृत रैगर जाति : इतिहास एवं संस्कृति)
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