हेमाजी गोविन्दगढ़ के रहने वाले थे । सम्वत् 1956 में राजस्थान में भयंकर अकाल पड़ा । हेमाजी ने भी हर जाति और धर्म के लोगों में अनाज बांटा । उन्होंने उस समय गरीबों के लोगों की मदद करके हजारों की जाने बचाई । यह बहुत बड़े दानी पुरूष थे ।
(साभार- चन्दनमल नवल कृत ‘रैगर जाति : इतिहास एवं संस्कृति’)
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