समाज के स्वर्णिम विकास हेतु शिक्षा के महत्व को ध्यान में रखते हुए अखिल राजस्थान रैगर महासभा संस्थान ने समाज में जागृति पैदा करने के लिए अपने मुख्य उद्देश्य समाज के पिछडेपन को दूर करना, समाज को अशिक्षा से निजाद दिलाना और सामाजिक कुरीतियों को से मुक्ति दिलाकर समाज का र्स्वांगीण विकास करना रहे हैं । रैगर समाज के पिछड़ेपन का मूल कारण अशिक्षा रहा है । संस्थान ने समाज में शिक्षा के प्रसार पर बल देते हुए उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे छात्र-छात्राओं की समस्या को दूर करने हेतु भीलवाड़ा जिला मुख्यालय में एक रैगर समाज का छात्रावास बनवाने का संकल्प लिया गया । ओर छात्रावास का नाम ‘श्री रैगर छात्रावास’ रखना सुनिश्चित किया गया । संस्थान के सदस्यों ने स्वयं के खर्चें पर राजस्थान के कई गांवों-शहरों का दौरा कर चन्दा इकठ्ठा किया एवम् महानगरों में दिल्ली और मुम्बई जाकर चंदा एकत्र किया । संस्थान के इस प्रकार अपने खर्चे से चंदा एकत्र करना यह एक सराहनीय कार्य है ।
छात्रावास के निर्माण की इस कड़ी को आगे बढ़ाते हुए संस्थान ने नगरविकास न्यास भीलवाड़ा से 100’x150′ का भूखण्ड 40,561/- रूपये आरक्षित दर पर क्रय किया । 20 जनवरी 1992 सोमवार को वह शुभ घड़ी भी आई ओर अखिल राजस्थान रैगर महासभा संस्थान के तत्वाधान में श्री रैगर छात्रावास का पंचवटी आवासीय योजना में समस्त रैगर समाज के पंचों द्वारा शिलान्यास का भव्य आयोजन किया गया ।
छात्रावास के निर्माण हेतु अमेरिका प्रवासी श्री भंवरलाल जी नवल ने 3 लाख रूपये की सहायता देकर संस्थान को अलंकृत किया है । इसके अलावा अनेक दानदाताओं ने अपनी हेसियत के अनुसार सहायता राशि देकर सहयोग प्रदान किया है । शिलान्यास के पश्चात् अगले पांच वर्षों तक छात्रावास का निर्माण कार्य चला । और 13 नवम्बर, 1997 को ‘श्री रैगर छात्रावास’ का उद्घाटन समारोह सम्पन्न हुआ । इस उद्घाटन समारोह में अध्यक्ष श्री हेमराज जी मौर्य, उद्घाटनकर्ता श्री लालाराम जी सुनारीवाल तथा मख्य अतिथि श्री केसूराम जी जैलिया आदि महानुभाव थे । इस शुभ अवसर पर समाज एवं अन्य समाज के कई प्रतिष्ठित महानुभावों ने भाग लेकर इस उद्घाटन समारोह की शोभा बढ़ाई । वर्तमान में इस छात्रावास में 9 कमरे, चार दिवारी , लेट-बाथरूम तथा पानी की अच्छी व्यवस्था है । इस समय छात्रावास मे 20 विद्यार्थी समाज की इस अनमोल धरोहर में रह रहे है ।
संस्थान के तत्वाधान में अबतक(दिनांक 01-12-2011) 181 मिटिंग सम्पन्न हो चुकी है संस्थान का यूनियन बैंक ऑफ इण्डिया में बचत खाता है ओर अब तक विभिन्न स्त्रोतों से एकत्र राशि को 140 बार बैंक में जमा कराया जा चुका है । अखिल भारतीय रैगर महासभा संस्थान समाज की प्रगति के लिए निरन्तर अग्रसर है । 11 जनवरी 2012 को संस्थान को अपने जीवन के 25 वर्ष पूर्ण कर चुका है ।
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