मेरा भारत महान

भारत एक विशाल देश है । क्षेत्रफल के दृष्टिकोण से यह दुनिया का सातवाँ सबसे बड़ा देश है । जनसंख्या के हिसाब से इसका स्थान संसार में दूसरा है । हमारा देश दुनिया के विकासशील देशों की श्रेणी में आता है । यह तीव्र गति से विकासमान है । इक्कीसवीं सदी में भारत विकसित राष्ट्रों की पंक्ति में खड़ा होने के लिए लालायित हो उठा है । हमारे देश का यह नाम सूर्यवंशी राजा ‘ भरत ‘ के नाम पर पड़ा । ‘ भरत ‘ दुष्यंत और शकुंतला के पुत्र थे । उनके नाम पर यह देश भारत कहलाया ।

भारत के अतिरिक्त इसे हिन्दुस्तान, इंडिया, आर्यावर्त्त आदि नामों से भी जाना जाता है । यह वह देश है जहाँ सिंधु घाटी की नगरीय सभ्यता का विकास हुआ । यह वह पवित्र भूमि है जहाँ हिन्दू संस्कृति फली-फूली और वेदों की ऋचाएँ लिखी गई । भौगोलिक दृष्टि से भारत एशिया महाद्वीप में तीन तरफ से समुद्र से घिरा देश है । इसके उत्तर की ओर हिमालय की विश्वविख्यात शृंखला है । पूर्व में बंगाल की खाड़ी, पश्चिम में अरब सागर और दक्षिण में हिन्द महासागर है ।

भारत में पठार, पर्वत, नदी, वन, झरने, झीलें आदि सब कुछ हैं । दक्षिण भारत का एक बड़ा भाग पठारी है । गंगा, ब्रह्मपुत्र, यमुना कावेरी, सतलुज आदि यहाँ की प्रमुख नदियाँ हैं । यहाँ के लगभग 20 प्रतिशत भूभाग पर वन हैं । उत्तर में समतल मैदान हैं । यहाँ की जलवायु उषणन है ।

समुद्र की दूरी और समुद्र तल से ऊँचाई के हिसाब से कहीं सम तो कहीं विषम जलवायु पाई जाती है । यहाँ मुख्य रूप से चार ऋतुएँ आती हैं-शीत, बसंत, ग्रीष्म और वर्षा । इस देश के नाम के पीछे कई मत हैं। उनमें से एक मत के अनुसार सिंधु घाटी सभ्यता की शुरूआत इस देश में होने के कारण इसका नाम हिन्दुस्तान पड़ा है।

भारत भूमि को आर्यों की जन्मभूमि भी कहा जाता है। इसी कारण यहाँ आर्य समाज की भी स्थापना हुई। भारत देश एक कृषि प्रधान देश है। यहाँ का मुख्य व्यवसाय कृषि है। भारत की 80 प्रतिशत जनसंख्या गाँवों में रहती है। भारत देश की भौगोलिक परिस्थिति हर दिशा में भिन्न है। कहीं बर्फ से ढकी पर्वत चोटियाँ, कहीं समुद्र, कहीं मरुस्थल तो कहीं पठार ये सब भारत को कई भौगोलिक परिस्थितियों का मिला-जुला देश बनाते हैं।

अनेकताओं में एकता का देश है भारत। देश का नाम भारत पड़ने पर वैसे तो कई मान्यतायें हैं लेकिन एक मुख्य मान्यता के अनुसार भारत देश का नाम राजा दुष्यंत के पुत्र भरत के नाम पर पड़ा था। भारत देश कोई नया देश नहीं है बल्कि यह इतना पुराना है कि हड़प्पा और मोहनजोदाड़ो जैसी प्राचीन सभ्यताओं की शुरूआत भी यहीं से हुई है।

इसी कारण इसे विश्व की प्राचीनतम सभ्यताओं वाले देश में गिना जाता है। भारत एक ऐसा देश है जहाँ हर जाति एवं धर्म के लोग रहते हैं।यहाँ की संस्कृति एवं परम्पराएं पूरे विश्व में विख्यात हैं। विदेशी हमारी संस्कृति का बहुत सम्मान करते हैं और उसे देखने एवं समझने के लिए भारत आते हैं।

भारत देश में सिर्फ देवी-देवताओं की ही नहीं अपितु पशु, पक्षी, पेड़-पौधों, नदियों, पर्वतों आदि की भी पूजा की जाती है यह माध्यम है यह समझाने का कि इन संसाधनों के बिना कोई भी देश प्रगति नहीं कर सकता एवं महान नहीं बन सकता।

आज भारत की जनसंख्या 100 करोड़ से अधिक है। इस देश में 29 राज्य और 7 केन्द्र शासित क्षेत्र हैं। जहाँ कई धर्म और समाज के लोग भाईचारे के साथ रहते हैं। भारत देश की राष्ट्रीय भाषा हिन्दी है। यहाँ का राष्ट्रीय गीत वंदेमातरम् है। भारत का राष्ट्रीय पक्षी मोर तथा  राष्ट्रीय पशु बाघ है।

यदि आप विभिन्न मौसमों और भोगोलिक परिस्थितियों का आनन्द उठाना चाहते हैं तो आपको विदेश की यात्रा से पहले अपने देश की यात्रा पर जरूर जाना चाहिये। वे सब यहाँ उपस्थित हैं चाहे वह पर्वतीय और बर्फीला स्थल हो दक्षिण की सुंदरता, मरू भूमि हो या घने जंगल, गंगा के मैदान हों या पठारी भाग, समुद्र हो या कलकल करती नदियाँ। प्रकृति की कोई ऐसी सौगात नहीं जो भारत देश में न हो।

पूर्व समय में भारत को सोने की चिड़िया भी कहा जाता था और वह इसलिए कि यह देश विभिन्न प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर था। इसी कारण कई अन्य देश भारत आकर यहाँ से अपना व्यापार करते थे और वह भी तब जब व्यवस्थित मार्ग उपलब्ध नहीं थे। वे अपने साथ अपने देश की वस्तुएं लाकर यहाँ बेचते तथा यहाँ की वस्तुएं अपने देश लेकर जाते थे।

विश्व के प्रसिद्ध देशों में से एक भारत है। हर एक भारतीय नागरिक को इसके बारे में जानना चाहिये जैसे इसका इतिहास, संघर्ष और दूसरी मुख्य बातें। पूरे विश्व भर में भारत एक प्रसिद्ध देश है। भौगोलिक रुप से, हमारा देश एशिया महाद्वीप के दक्षिण में स्थित है। भारत एक अत्यधिक जनसंख्या वाला देश है साथ ही प्राकृतिक रुप से सभी दिशाओं से सुरक्षित है।

पूरे विश्व भर में अपनी महान संस्कृति और पारंपरिक मूल्यों के लिये ये एक प्रसिद्ध देश है। इसके पास हिमालय नाम का एक पर्वत है जो विश्व में सबसे ऊँचा है। ये तीन तरफ से तीन महासागरों से घिरा हुआ है जैसे दक्षिण में भारतीय महासागर, पूरब में बंगाल की खाड़ी और पश्चिम में अरेबिक सागर से भारत एक लोकतांत्रिक देश है जो जनसंख्या के लिहाज से दूसरे स्थान पर है। भारत की राष्ट्रीय भाषा हिन्दी है हालाँकि यहाँ पर लगभग 14 राष्ट्रीय रुप से मान्यता प्राप्त भाषा बोली जाती हैं।

भारत एक खूबसूरत देश है जो अपनी अलग संस्कृति और परंपरा के लिये जाना जाता है। ये अपने ऐतिहासिक धरोहरों और स्मारकों के लिये प्रसिद्ध है। यहाँ के नागरिक बेहद विनम्र और प्रकृति से घुले-मिले होते हैं। ब्रिटिश शासन के तहत 1947 से पहले ये एक गुलाम देश था। हालाँकि, हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष और समर्पण की वजह से 1947 में भारत को अंग्रेजों से आजादी मिली।

जब भारत को आजादी मिली तो पंडित जवाहर लाल नेहरु भारत के प्रथम प्रधानमंत्री बने और भारतीय झंडे को फहराया और कहा कि “जब दुनिया सोती है, भारत जीवन और आजादी के लिये जागेगा”। भारत एक लोकतांत्रिक और गणतांत्रिक देश है जहाँ देश की जनता को देश की बेहतरी के लिये फैसले लेने का अधिकार है। भारत इस कथन के लिये एक प्रसिद्ध देश है “विविधता में एकता” क्योंकि विभिन्न जाति, धर्म, संस्कृति और परंपरा के लोग एकता के साथ रहते हैं। ज्यादातर भारतीय स्मारक और धरोहर विश्व धरोहर स्थल से जुड़े हुए हैं।

भारत को आध्यात्मिकता, विज्ञान, धार्मिकता और तंत्रज्ञान की जमीन कहा जाता है। यहाँ प्राचीन काल से अलग-अलग धर्म जैसे हिन्दू, बौद्ध, जैन, सिक्ख, इस्लाम, क्रिस्चियन सभी लोग एकसाथ बड़े प्यार से रह रहे है। भारत एक कृषिप्रधान देश है। भारत में अन्न धान्य जिसमे मुख्य रूप से गन्ना, कपास, जुट, चावल, गेहू, अनाज इत्यादि और फलो की खेती की जाती है।

दुनिया भर के यात्री भारत को स्वर्ग कहते है क्योकि भारत ने दुनिया भर के लोगो को आकर्षित कर रखा है। भारत स्मारक, कब्र, चर्च, ऐतहासिक धरोवर, मंदिर, संग्रहालय, प्राकृतिक सुन्दरता, जीव अभयारण्य, वास्तुकला-शिल्पकला इत्यादि के लिये प्रसिद्ध है।

भारत में ऐतिहासिक स्मारकों का देश हैं जैसे ताजमहल, फतेहपुर सिकरी, स्वर्ण मंदिर, ऊटी, निलगिरी, कुतुब मीनार, काश्मीर, खजुराहो, अजंता-एल्लोरा लेणी, लाल किला, इत्यादि और हर स्मारक में कोई न कोई ऐतिहासिक कहानी छुपी हुयी हैं। भारत नदी, पर्वत, घाटी, झील और सागरों के लिये प्रसिद्ध है।

प्राचीन भारत धन- धान्य से परिपूर्ण था । प्राकृतिक रूप से सब कुछ संतुलित था । लोग सुखी थे । फिर इस देश पर विदेशों से आए लोग राज करने लगे । लगभग हजार वर्ष तक देश गुलामी की स्थिति में रहा । अंत में 15 अगस्त, 1947 को देश स्वतंत्र हो गया । भारत पुन: शक्ति और सामर्थ्य अर्जित करने की राह पर चल पड़ा ।

संकीर्ण जातिगत मान्यताएँ मिटीं और जनता का शासन आरंभ हुआ । लोकतंत्र के इस युग में सभी भारतीयों को अपनी उन्नति के समान अवसर प्राप्त हैं । लोकतंत्र से भारत को बहुत लाभ हुआ है । बेरोजगारी मिटी है, निरक्षरता घटी है । यहाँ उद्‌योग-धंधों का प्रचुर विकास हुआ है ।

कृषि के क्षेत्र में भी आशातीत प्रगति हुई है । भारत की विकास दर तेज है । हमारी सेनाएँ देश की रक्षा में संलग्न हैं । भारत विश्व की एक बड़ी आर्थिक शक्ति बन गया है । भारत में धर्म ने ऊँचाइयों को छुआ है । इसने विश्व को शांति, सत्य और अहिंसा का उपदेश दिया । कृष्ण ने लोगों को कर्मयोग का पाठ पढ़ाया । राम ने मर्यादा का आचरण सिखलाया । गौतम बुद्ध और महावीर ने संसार को अहिंसा और सत्य के मार्ग पर चलने की सीख दी ।

कबीर ने धार्मिक आडंबर की भर्त्सना की । गाँधी ने भारत की खोयी प्रतिष्ठा लौटाई । प्राचीन ऋषि-मुनियों ने अपने आचरण से तत्कालीन समाज को धर्म पर चलना सिखाया । शंकराचार्य ने भारत की सांस्कृतिक एकता की नींव मजबूत की । स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद देश का नवनिर्माण आरंभ हुआ ।

हिन्दी को देश की राष्ट्रभाषा बनाई गई । अन्य प्रमुख भाषाओं को भी संविधान में स्थान दिया गया । बाघ राष्ट्रीय पशु, कमल राष्ट्रीय पुष्प, तिरंगा राष्ट्रीय झंडा और सारनाथ केए अशोक स्तंभ से लिया गया चिह्न राष्ट्रीय प्रतीक बना । मोर को राष्ट्रीय पशु बनाया गया । हॉकी को राष्ट्रीय खेल का दर्जा दिया गया ।

यह  ऐसा देश है जो हमें बड़ों  आदर करना तथा छोटो से प्यार करने की सीख देती है। संसार के नक़्शे में भारत देश न केवल अपनी परम्पराओं और संस्कृति के नाम से पहचाना जाता है बल्कि विज्ञान, तकनीकी और प्रौद्योगिकी में भारत पीछे नहीं है। मुझे विश्वास है कि यह देश दिन-प्रतिदिन चिरन्तर विकास की ओर अग्रसर होगा। तो दोस्तों हम उम्मीद करते हैं की आपको भारत पर निबंध काफी पसंद आयी होगी और इसे आप अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करना चाहेंगे ।