कुशाल का कमाल : रैगर जटिया समाज सेवा संस्था (पंजीकृत) पाली मारवाड़ (राज.)

कोई भी समाज तब तक संगठित नही हो सकता जब तक की उसका कोई धरातल नही हो, धरातल से आशय उस जमीन से है, जिस पर किसी भवन की नींव लगाई जाती है तथा संगठन की शुरूआत उसी नींव से प्रारंभ होती है।

आज हम एक ऐसे विषय के बारे मे जानने व समझने जा रहे हैं जिसे समाजिक विकास कहा जाता है। सामाजिक विकास शब्द जितना आसान है उतना ही उसे मूर्त रूप देना मुश्‍किल है।

आज हम एक ऐसी संस्था के बारे चर्चा करने जा रहे हैं जिसने अपने एक वर्ष के कार्यकाल मे एक कीर्तिमान स्थापित किया है। इस संस्था की उत्पति का आधार एक छोटा सा कस्बा मारवाड़ जंक्सन बना है। जहां पर रैगर समाज की वर्षों पुरानी भूमि पर बने पंचायत भवन को तोड़कर एक छात्रावास भवन का निर्माण कराया गया। इस निर्माण मे पाली शहर के रैगर समाज द्वारा भी 1,00,000/- रूपयें से अधिक का महत्वपूर्ण योगदान दिया गया। इसी दौरान रैगर समाज द्वारा मारवाड़ जंक्‍सन मे छात्रावास भवन हेतु दान की राशि एकत्रित करते समय पाली शहर के दानदाताओं द्वारा पाली मे भी जिला स्तर पर भवन निर्माण के संबंध मे सुझाव प्राप्त हुए। उन्ही सुझावो पर विचार करते हुए पाली के प्रबुद्व व्यक्ति श्रीमान् दयाराम जी चौहान तथा श्रीमान् विजय कुमार जी बालोटिया द्वारा इसी संदंर्भ मे पाली रैगर जटिया समाज की आम सभा बुलाने का विचार आया और उसे अमलीजामा पहनाते हुए उन्होने तुरन्त एक विज्ञप्ति तैयार की तथा इस विज्ञप्ति को रैगर जटिया समाज के प्रबुद्व व्यक्तियों के घर-घर तक पहुंचाने का कार्य तथा उनके नाम, पते, टेलीफोन नम्‍बर, मोबाइल नम्‍बर लेने का कार्य श्रीमान् विजय कुमार जी बालोटिया तथा श्रीमान् दयाराम जी चौहान ने किया ।

प्रथम रैगर जटिया समाज की आम सभा का आयोजन 10.01.2010 प्रातः 10.00 बजे बाबा रामदेव मन्दिर, सर्वोदय नगर, पाली के प्रागंण में किया गया । आम सभा में सभी महानुभावों के विचार आमंत्रित किये गये । सर्वप्रथम ये विचार उभर कर सामने आया कि आम सभा की शुरूआत अध्यक्ष के चुनाव के द्वारा कि जानी चाहिए । इस विचार को सम्मान देते हुए समाज के प्रबुद्ध व्यक्ति श्रीमान् विजय कुमार बालोटिया ने भविष्य को ध्यान में रखते हुए युवा वर्ग में से श्री कुशाल चौहान को अस्थाई अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव रखा । जिसे सर्वप्रथम श्रीमान् दया राम जी चौहान ने इसका समर्थन किया तथा श्रीमान् बालोटिया ने तुरन्त सभी समाज बन्धुओं से अनुरोध किया कि यदि आप इससे सहमत है तो अपने हाथ खड़े करके इसका अनुमोदन करें । बैठक में सभी समाज बन्धुओं ने अपने हाथ खड़े करके अस्थाई अध्यक्ष के लिए श्री कुशाल चौहान का समर्थन किया ।

आगामी कार्यवाही में अध्यक्ष कुशाल चौहान ने समाज हेतु जमीन खरीदने के लिए समाज बन्धुओं से अनुरोध किया कि वे अपने सामर्थ्य के अनुसार समाज को दिये जाने वाले दान व सहयोग के लिए अपने विचार रखे ।

इसी क्रम में सर्वप्रथम श्रीमान् तेजाराम जी चौहान ने घोषणा करते हुए कहा कि समाज उपयोग हेतु जो भी भूमि खरीदी जाती है उसमें वे सर्वप्रथम 25,000/- रूपयें अंशदान करेगें । तुरन्त बाद इसी कड़ी में उनके पुत्र श्री कुशाल चौहान ने भी समाज को 25,000/- रूपये दान देने की घोषणा की ।

बैठक में समाज बन्धुओं द्वारा समाज के इस महत्वपूर्ण कार्य हेतु अगली बैठक 14.02.2010 को रखने का निर्णय किया गया । प्रथम आम सभा के बाद अध्यक्ष कुशाल चौहान, विजय कुमार बालोटिया, दयाराम जी चौहान द्वारा औपचारिक रूप से समाज बन्धुओं से मिलकर समाज सेवा हेतु दान के लिए प्रोत्साहित करने का प्रयास किया गया । जिसमें समाज के प्रबुद्ध व्यक्तियों ने विष्वास जताते हुए अंशदान देने की सहमति प्रदान की । ऐसे दानदाताओं की संख्या समाज की द्वितीय आम सभा दिनांक 14.02.2010 तक 16 हो गई ।

द्वितीय आम सभा में समाज द्वारा दिये गये समर्थन से प्रेरित होकर समाज के प्रबुद्ध व्यक्ति श्रीमान् सोहनलाल तुलसाराम जी कुर्ड़िया ने घोषणा की कि उक्त दानदाताओं द्वारा जो भी भूमि खरीदी जायेगी उस पर वे 25 X 50 = 1250 वर्गफीट का हॉल निर्माण करवाकर समाज को देगें ।

बैठक में यह निर्णय किया गया कि रैगर जटिया समाज सेवा संस्था के नाम से एक संस्था बनाई जाये तथा संस्था का पंजीकरण राजस्थान संस्था रजिस्ट्रीकरण अधिनियम 1958 के तहत पंजीकरण कराया जाये तथा संस्था के नाम से एक बैंक खाता खुलवाया जाये और उसके बाद ही दान राशि एकत्रित की जाये ।

बैठक में श्रीमान् तेजाराम जी चौहान ने प्रस्ताव रखा कि जो भी व्यक्ति समाज को दान हेतु 25,000/- रूपये देने की स्वीकृति प्रदान करता है वह संस्था को 10 रूपये स्टाम्प पर शपथ पत्र के रूप में लिखित स्वीकृति प्रदान करें ।

बैठक में निर्णय किया गया कि संस्था के पंजीकरण में उन्ही व्यक्तियों को शामिल किया जाये जो 25,000/- रूपये दान का शपथ पत्र संस्था को प्रदान करें ।

बैठक में निर्णय किया गया कि संस्था का पंजीकरण, बैंक खाता खुलवाने, संघ विधान पत्र व नियमावली बनाने की पूर्ण जिम्मेवारी सर्वसम्मति से अध्यक्ष को सौंप दी गई ।

बैठक के पश्चात् अध्यक्ष द्वारा समाज के प्रबुद्ध दान दाताओं से औपचारिक विचार विमर्श करके वर्ष 2010-11 के लिए कार्यकारिणी का गठन कर रैगर जटिया समाज सेवा संस्था, का पंजीकरण संख्या पाली/40/2010-11/दिनांक 02.06.2010 को करवा दिया गया तथा संस्था का आयकर विभाग से स्थायी खाता संख्या AAAA R 9348 F प्राप्त कर ,संस्था का बैंक खाता भारतीय स्टेट बैंक, मुख्य शाखा रेल्वे स्टेशन पाली में खाता संख्या नम्बर 31385408181 खुलवाया गया ।

जिसका संचालन संस्था अध्यक्ष/सचिव/कोषाध्यक्ष में सें किन्हीं दो पदाधिकारियों के हस्ताक्षर द्वारा संचालित किया जायेगा ।

संस्था की वर्ष 2010-11 (01 अप्रेल 2010 से 31 मार्च 2011) तक की कार्यकारिणी का गठन निम्न प्रकार किया गयाः-

              अध्यक्ष :- श्रीमान् कुशाल चौहान

              उपाध्यक्ष :- श्रीमान् दयाराम चौहान

              सचिव :- श्रीमान् नन्दकिशोर बालोटिया

              उपसचिव :- श्रीमान् छगाराम सिगाडिया

              कोषाध्यक्ष :- श्रीमान् विजय कुमार बालोटिया

              उपकोषाध्यक्ष :- श्रीमान् श्रवण कुमार तंवर

              संयोजक :- श्रीमान् अशोक कुमार भट्ट

संस्था के पंजीकरण के पश्चात् संस्था की प्रथम आम सभा 21.11.2010 को रखी गई । जिसमें समाज के अध्यक्ष तथा संस्था के प्रबुद्ध सदस्यों के सुझावों से निर्मित संघ विधान पत्र व विधान नियमावली का अनुमोदन किया गया तथा सदस्यों द्वारा दिये गये शपथ पत्रों को, दान राशि प्राप्त कर सदस्यों को लौटा दिये गये ।

संघ विधान पत्र की प्रमुख बातें:-

1. संस्था भूमि खरीद ने से पूर्व केवल संस्थापक सदस्य के अलावा अन्य कोई सदस्य नही बनायेगी तथा सभी संस्थापक सदस्य 25000/- रूपये संस्था द्वारा भूमि खरीदने से पूर्व भुगतान करेगे ।

2. संस्था सदस्यों से तब तक कोई दान राशि प्राप्त नही करेगी जब तक की संस्था का बैंक खाता न खुलवा दिया जाये ।

3. सभी संस्थापक सदस्य संस्था के निर्माता माने जायेगें व संस्था से संबंधित सभी प्रकार के अधिकार उन्हे प्राप्त होगें तथा ऐसे संस्थापक सदस्यों या उनके परिवार में से किसी एक व्यक्ति की फोटो, तस्वीर संस्था के मुख्य हॉल में लगाई जायेगी ।

संस्था के अध्यक्ष कुशाल चौहान व कोषाध्यक्ष विजय कुमार बालोटिया ने 21.10.2010 को दान राशि एकत्रित करना प्रारम्भ किया और महज एक दिन के भीतर 5,00,000/- रूपये राशि एकत्रित कर ली गई । दिनांक 21.10.2010 के बाद भूमि खरीदने की प्रक्रिया प्रारम्भ की गई । संस्था की कार्यकारिणी ने संस्था व समाज उपयोग हेतु दिनांक 26.12.2010 को 34,848 वर्गफीट ( 2 बीघा) भूमि 10 लाख रूपये में खरीदने का निर्णय किया जिसे संस्था के 26 संस्थापक सदस्यों को 2 दिन भीतर संस्था द्वारा खरीदी जाने वाली भूमि का निरीक्षण करवाकर सभी सदस्यों से लिखित स्वीकृति प्राप्त की गई तथा उसके पश्‍चात् दिनांक 31.12.2010 को 4 लाख रूपये अग्रिम भुगतान कर बेचाण एग्रीमेन्ट किया गया ।

समाज के प्रबुद्ध व्यक्तियों द्वारा संस्था में विश्वास जताते हुए सहयोग प्रदान किया जिससे भूमि रजिस्ट्रीकरण से पूर्व संस्था के संस्थापक सदस्यों की संख्या 41 हो गई । संस्था ने वर्ष 2010-11 के अपने एक वर्ष के कार्यकाल में 10 लाख रूपये दान राशि प्राप्त कर (100 x 348.48) = 34848 वर्गफीट भूमि शिव कॉलोनी आउटर सिंगल के पास, खरीद ली गई जिसका पंजीकरण उप पंजीयक पाली में करवा दिया गया ।

संस्था के संघ विधान पत्र में बनाये गये नियमों के अनुसार संस्था के वार्षिक चुनाव दिनांक 13.03.2011 को करवाये गये जिसमें संस्था के सभी संस्थापक सदस्यों ने अध्यक्ष में पूर्ण निष्ठा व विश्‍वास रखते हुए उन्हें पुनः वर्ष 2011-12 के लिये निर्विरोध अध्यक्ष नियुक्त कर दिया गया ।

अध्यक्ष ने अपनी वर्तमान कार्यकारिणी में बिना कोई परिवर्तन किये आगामी सत्र के लिए अपना कार्य प्रारम्भ कर दिया है ।

इस सम्पूर्ण कार्य में कदम से कदम मिलाकर सहयोग देने में संस्था की वर्तमान कार्यकारिणी के उपाध्यक्ष दयाराम जी चौहान, सचिव नन्द किशोर बालोटिया, उपसचिव छगाराम सिंघाड़िया, कोषाध्यक्ष विजय कुमार बालोटिया, उपकोषाध्यक्ष श्रवण कुमार तंवर, संयोजक अशोक कुमार भट्ट ने अपनी पूर्ण निष्ठा का परिचय देते हुए सफलतम रूप से इस कार्य को अंजाम देने में अपना पूर्ण सहयोग प्रदान किया जो आज समाज के लिए एक मील का पत्थर है ।

लेखक : कुशाल चन्द्र रैगर, एडवोकेट
M.A., M.COM., LLM.,D.C.L.L., I.D.C.A.,C.A. INTER–I,
अध्यक्ष, रैगर जटिया समाज सेवा संस्था, पाली (राज.)