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Raigar Community Blog & Articles

        ज्ञान की लौ बिखेरने के लिए रैगर समर्थ हो । एक दूजे का हाथ पकड़ आगे बढ़ने को वचनबद्‌ध हो । छल-कपट से लूटा लूटेरों ने तेरा राज सिहासन । सब ले रैगर शपथ अँधेरे के आगे ना नतमस्तक हो । धर्मगुरु ज्ञानस्वरूप ने राह दिखाई उसका परिपालन हो । ‘लक्ष्य’ गुरु शिक्षाओ का समाज हित अनुपालन हो । समाज के नव-निर्माण के लिए सद्‌प्रयास संचालन...
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         रैगर जाति में जन्म लिया, निज समाज विकास में आगे रहेंगे । सामाजिक गौरव का काम करेंगे । रैगर समरसता हित सब काम करेंगे । स्वजाति उत्थान में समाज बंधु लग जाएँगे । माँ गंगा की संतान, रैगर ज्ञानी और गुणवान । सामाजिक एकता प्यारेँ बंधु मिल जाएँगे । वीरता, मर्यादा, से लबरेज समाज हमारा । डूबे ना शान रैगर! समाज खातिर प्राण गवाएंगा । समाज सीख देता सबका...
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          बदल रही आबो-हवा, नशे के दलदल मे फिसल रहा युवा । हर तरफ हो रहे सस्ते, सामाजिक सरसता भरे रिश्ते । नशा करने वाले समझते, शान सब मे खुद की दोगुनी । किंतु मायूसी के हालात, समाज मे व्यथा बढ़ रही सौगुनी । मलहम दु:ख-दर्द का और सही, किंतु ना कभी बने नशा विकल्प । आओ सब मिलजुल नशामुक्ति का, रे! संभल रेगर युवा करे संकल्प । लेखक  हरीश...
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         आज नफरत की हम तोड़ दीवारें । आपस मे सब प्यार करे॥ कभी ना सच से माने हार । ऐसा रैगर सदव्यवहार करे॥ झूठ पर कर मनन विचार । आज ही समाजहित बंद करे पापाचार॥ सभ्य-निर्मल समाज का सपना सलौना । हाथ सभी बढ़ाकर करे साकार॥ होंसला रख ऐसा कुछ कर जाये । रेगर हित साधना याद रखे घर- संसार॥   लेखक हरीश सुवासिया एम. ए. [हिंदी] बी. एड....
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         शान ‘रेगर’ अभिमान बचाये रखिये । हरदम सामाजिकता बनाये रखिये॥ यूँ तो चमकता है हिमालय मगर । ‘रेगर वीर’ एकता बनाये रखिये ॥ भेदभाव के काँटे जहाँ पलते है । उन पेड़ो को जड़ से मिटाये रखिये॥ सुलग न जाये आग बँटवारे की । बढ़ने से पहले बझाये रखिये॥ अँधियारा चाहे हो जाये कितना । मन बाती मे दिया जलाये रखिये॥ छूट न जाये राहो मे कारवाँ । ‘रेगर’...
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