गुरू रैदास प्रारम्भ से ही क्रांतिकारी विचारधारा के थे उन्होने ब्राह्यणों के चारों वेदों का खण्डन किया, उन्होने ब्राह्यण धर्म के सभी रीति-रिवाज़ो यज्ञ, श्राद्ध, मंदिरों मे पूजा पाठ, आदि...Read More
एक गरीब आदमी कड़ी मेहनत, मजदुरी कर के पाई-पाई जमा करता है ताकि उसके बाल बच्चों का लालन-पालन अच्छे से अच्छा हो । ऐसी सोच हर मां-बाप की होती है...Read More
1. वर्तमान समाज व्यवस्था गरीबों के शोषण की व्यवस्था :- वर्तमान समाज-व्यवस्था का ताना-बाना बनाने वाले सुविधाभोगी वर्ग ने इस तरह बनाया है जिसमें श्रमजीवी कर्मजीवी, मेहनतकश गरीब जन्म से मरण...Read More
आज सामाजिक संस्थाओं के चुनाव की बात करे, तो हमे सर्वप्रथम इस बिन्दु पर विचार करना होगा कि, हमारे सामाजिक नेतृत्व का चुनाव कैसे किया जाना चाहिये, चुनाव कि बात...Read More
जहां तक प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी का प्रश्न है:- वर्तमान परिस्थितियों में इसके लिए ढांचा तैयार करने में कुछ समय चाहिए लेकिन यदि हम तुरन्त करना चाहते है तो हमें अपने...Read More