Ambedkarwadi lekh

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अक्सर बात हम डॉ. अम्बेडकर द्वारा, वंचित समाज के लिए किये गये कार्यों त्याग और बलिदान की, बात तो करते हैं, लेकिन अक्सर हम उनके प्रति जवाबदेहीता भूल जाते हैं, यह ठीक वैसा ही है, जैसा कि पुत्र-पुत्री द्वारा अपने माता-पिता के प्रति अपनी जवाबदेहीता भूल जाना है । हम यह नही कहते हैं इस...
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आज, यदि हम अपनी युवा पीढी की बात करे, तो उसके विचार, उसकी सोच उसका भविष्य बिल्कुल अलग नजर आता है, उसमे कुछ कर गुजरने का जजबा तो है लेकिन उसे आज भी यह अहसास नही है, कि वो जिस किस्ती मे सवारी कर रहे है, जो कितनी मुश्किलो व तकलीफो और तुफानो का सामना...
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आज हम उस दौर की बात कर रहे है जिसमें डॉ. अम्बेडकर द्वारा प्रथम गोलमेज सम्मेलन 1930 में दिये गये भाषण की ब्रिटिश प्रधानमंत्री रैम्जे मैकडोनाल्ड ने प्रंशसा की तथा ’’ दी इंडियन डेली मेल ‘‘ ने डॉ. अम्बेडकर के भाषण को सम्पूर्ण सम्मेलन का सर्वोतम भाषण बताया तथा अंग्रेजी समाचार पत्रों ने भी डॉ....
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आज हमें जो प्राप्त है जिसमें सर्वप्रथम शिक्षा, वह भी आरक्षण की देन है। जिसकी वजह से एक बच्चा स्कूल, कॉलेज, विश्‍वविद्यालय में भर्ती होता है तभी तो वह डॉक्टर, इंजीनियर और वकील बनता है और उसके बाद उसे मिलती है सरकारी नौकरी, वो भी आरक्षण की वजह से, और फिर वही प्रक्रिया उसकी संतान...
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बात ’’इण्डिया दैट इज भारत ’’की करे तो आरक्षण को नजर अन्दाज नही किया जा सकता । प्रश्न यह उठता है कि आरक्षण व्यवस्था इण्डिया मे ही क्यो है । इसी प्रश्न के साथ एक प्रश्न और भी खड़ा होता है, यह कि भारत मे जाति व्यवस्था क्यो है । यदि आरक्षण व्यवस्था के प्रश्न...
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आरक्षण क्या है, क्या यह केवल एक वर्ग विशेष का दिया जाने वाला फायदा है या उनके उत्थान के लिए अपनाये जाने वाला साधन। आज हमारे लोकतंत्र मे वोट हासिल करने के लिए अपनाया जाने वाला एक हथियार बन गया है। जबकि वास्तव मे आरक्षण क्या है। डॉ. अम्बेडकर के अनुसार ‘‘आरक्षण हमारे लोकतंत्र मे...
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15 अगस्त सन् 1947 को भारत विदेशी दासता से मुक्त हुआ और स्वतंत्र राष्ट्र होने पर डाक्टर बाबू राजेन्द प्रसाद को सबसे पहले भारत का राष्ट्रपति बनाया गया । जबकि पंडित जवाहर लाल नेहरू को प्रधानमंत्री पद कि शपथ दिलाई गयी । अपने मंत्री मंडल में सरदार वल्लभ भाई पटेल जो लोह पुरूष के नाम...
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आज हम बात कर रहे है, भारतीय प्रारूप संविधान कि धारा 10 है, जिसमें कि अनुसूचित जाति, जनजाति को नौकरियो में आरक्षण का प्रावधान है । आरक्षण की इस लडाई में जब भारत के संविधान का निर्माण हो रहा था, तब सभा में एक वोट की कमी से आरक्षण प्रस्ताव पारित नही हो सका, तब...
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